श्री भूपेंद्र यादव ने छठी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा में ब्रिक्स देशों से टिकाऊ जीवनशैली प्रस्ताव को लागू करने का आह्वान किया।

श्री भूपेंद्र यादव ने बल देकर कहा कि विकासशील देशों को समान अवसर की आवश्यकता है और उन्होंने विकसित देशों से कार्यान्वयन के साधनों के लिए अपने दायित्वों, जिसमें यूएनएफसीसीसी सीओपी और सीबीडी सीओपी में वादा किए गए वित्त शामिल हैं, को पूरा करने की अपील की

श्री यादव ने आगाह किया कि जलवायु वित्त को निवेश के माध्यम के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए

ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की 10वीं बैठक 28 जून, 2024 को रूसी संघ की अध्यक्षता में हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित की गई थी और इसमें केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने वर्चुअल रूप से भाग लिया था। पांच नए सदस्यों, यानी मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के शामिल होने के बाद यह ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की पहली बैठक थी।

 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब एक व्यापक और बड़ा ब्रिक्स पर्यावरण चुनौतियों से निपटने के लिए एजेंडा, प्राथमिकताएं और आगे का रास्ता तय कर सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्रिक्स के तहत पहल संयुक्त राष्ट्र प्रणाली और उसकी एजेंसियों के सिद्धांतों और लक्ष्यों द्वारा दृढ़ता से निर्देशित हैं और ब्रिक्स देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उपलब्ध कार्बन स्पेस का उपयोग विकासशील देशों द्वारा किया जाए।

श्री यादव ने वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में टिकाऊ जीवन शैली के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ब्रिक्स देशों से छठी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा में अपनाए गए टिकाऊ जीवन शैली पर प्रस्ताव के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने का आग्रह किया।

श्री यादव ने बल देकर कहा कि विकासशील देशों को समान अवसर की आवश्यकता है और उन्होंने विकसित देशों से कार्यान्वयन, जिसमें यूएनएफसीसीसी सीओपी और सीबीडी सीओपी में वादा किए गए वित्त शामिल हैं, के साधनों के लिए अपने दायित्वों को पूरा करने की अपील की। श्री यादव ने आगाह किया कि जलवायु वित्त को निवेश के साधन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत द्वारा की गई ठोस कार्रवाइयों को रेखांकित किया। उन्होंने ब्रिक्स देशों से विश्व पर्यावरण दिवस, 2024 पर हमारे माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए एक पेड़ मां के नाम अभियान में शामिल होने और भारत द्वारा संचालित वैश्विक पहलों जैसे मिशन लाइफ, आईबीसीए, सीडीआरआई, लीडआईटी, ग्रीन क्रेडिट इनिशिएटिव, आरई एंड सीई-आईसी और जीआईआर-जीआईपी का भी समर्थन करने का आग्रह किया।

केंद्रीय मंत्री ने ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग और सहभागिता को मजबूत करने और उसे व्यापक बनाने, बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग जारी रखने की आवश्यकता रेखांकित की तथा समानता और सीबीडीआर-आरसी के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए एक साथ खड़े होने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

बैठक में 28 जून, 2024 को रूस के निज़नी नोवगोरोड में आयोजित 10वीं ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की बैठक का वक्तव्य भी अपनाया गया।

source:  https://pib.gov.in/

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