किसानों का मार्च समाप्त हो गया, अब चंडीगढ़ में 24 से अनिश्चितकालीन धरना

संगरूर, 12 फरवरी (निस)

मार्च के आखिरी दिन, भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के जिला स्तरीय पांच दिवसीय विरोध कार्यक्रम में पंजाब सरकार के खिलाफ कई नारे गूंजे। ये धरने 16 से 17 जिलों तक पहुंच गए हैं। धरनों में युवाओं और महिलाओं का बड़ा हिस्सा है। किसान संगठन उगराहां के नेताओं ने कहा कि अब चंडीगढ़ में स्पष्ट मोर्चा बनाने की योजना है। 24 फरवरी से चंडीगढ़ में अनिश्चितकालीन धरना शुरू होगा, जो मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा।

आज संगरूर में विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्याओं और संघर्षों की अनदेखी करनी पड़ सकती है। उगराहां ने कहा कि 13 फरवरी को किसानों की मांगों को लेकर गैर-राजनीतिक संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ भी दिल्ली की ओर मार्च नहीं करेगा। फरवरी के अंत तक किसानों की मांगों और समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

पत्रकारों के सवाल पर जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि 13 फरवरी को किसान यूनियन भी दिल्ली की ओर मार्च करेगी, उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम गैर-राजनीतिक ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ का है। इस कार्यक्रम को तैयार करने वाले हमारे भाई हैं, लेकिन उनका संगठन नहीं जा रहा है क्योंकि फरवरी के अंत में 32 संगठनों से जुड़े “संयुक्त किसान मोर्चा” का दिल्ली में फिर से दस्तक देने का कार्यक्रम है। 13 फरवरी को दिल्ली में रहने की अवधि के सवाल पर उन्होंने कहा कि मोर्चा ने अभी यह निर्णय नहीं लिया है। लेकिन दिल्ली जाने का दिन तय है। उगराहां ने कहा, “हां, इतना हो सकता है, फरवरी में नहीं तो मार्च की शुरुआत में प्रोग्राम बन सकता है, लेकिन मोर्चा एक बार फिर दिल्ली की ओर जरूर बढ़ेगा।”’

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