Haryana news: मुख्यमंत्री सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 106 जनसभाएं और 316 रोड-शो भी किए

Haryana news: पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल से भाजपा के प्रत्याशी मनोहर लाल हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों के लिए हुए चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी का सबसे बड़ा स्टार कैम्पेनर बन गए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चुनावी कार्यभार संभाला और प्रदेश की जनसंख्या का आकलन किया, जो चर्चा में बना हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व को भी पूरी रिपोर्ट मिली है। 2019 की तरह इस बार भी मनोहर लाल ने प्रदेश में सभी दस सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चले।

चुनाव प्रचार के दौरान मोदी सरकार की केंद्रीय नीतियों और निर्णयों, जैसे अनुच्छेद 370 और राम मंदिर, को बहुत जोर से उठाया गया। इस दौरान हरियाणा के भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार की नौकरियों को महत्वपूर्ण बनाने की कोशिश की।उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की कि भाजपा ने पिछले करीब साढ़े नौ वर्षों में भाजपा ने प्रदेश में व्यवस्था बदली है। मैरिट पर नौकरी दी जाती है। गांवों में भी नौकरियों को लेकर चर्चा सुनने को मिली

अक्तूबर 2014 में, करीब सवा नौ वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल ने राज्य की बागड़ोर को पहली बार संभालते हुए दो नारा दिए: “हरियाणा एक-हरियाणवी एक” और “सबका साथ-सबका विकास”। मनोहर लाल इसे अपने सबसे बड़े उपलब्धि मानते हैं, हालांकि वे मुख्यमंत्री पद छोड़कर अब करनाल से प्रत्याशी हैं। सभाओं और रोड-शो के दौरान वे यह भी कहते रहे हैं कि पूरे प्रदेश को इसी तरह की सुविधा दी गई है। नौकरी के लिए “मिशन मैरिट” लागू करके भाई-भतीजावाद खत्म किया और नौकरियों के लिए ‘मिशन मैरिट’ चलाकर युवाओं के साथ इंसाफ किया।

इतनी रोड शो-रैलियां पहली बार हुईं

मनोहर लाल ने लोकसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही एक व्यापक चुनावी कार्ययोजना बनाई थी। इसके बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विजय संकल्प रैलियों का आयोजन किया गया। प्रदेश में लोकसभा की दस सीटों में से सभी नब्बे हलकों में चुनाव हो चुके हैं। प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री ने राज्य भर में 106 कार्यक्रम किए। इस दौरान लोगों से सीधा संवाद हुआ। सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भी 300 से अधिक पंचायतों में रोड-शो किया। अकेले मनोहर लाल ने करनाल लोकसभा क्षेत्र में 16 से अधिक रोड-शो किए।

 

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