Sadhu Clothing Color: साधु-संत भगवा वस्त्र क्यों पहनते हैं और कौन से संत काले-सफेद वस्त्र पहनते हैं?जानिये

Sadhu Clothing Color:साधु-संतों के बारे में एक बात मन में आती है कि वे भगवा, काले और सफेद वस्त्र ही क्यों पहनते हैं। आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण.

साधु वस्त्र रंग: सदियों से हिंदू धर्म में साधु संन्यासियों का  विशेष आदर और सम्मान दिया जाता रहा है। लोगों का मानना ​​है कि जिन लोगों पर संतों का आशीर्वाद होता है उनके घर में हमेशा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। दूसरे लोग कहते हैं कि संतों को कभी भी द्वार से नहीं लौटाना चाहिए। उनका नाराज होना अच्छा नहीं माना जाता है। आपको बता दें कि कुंभ मेले के दौरान ज्यादातर साधु-संत मौजूद रहते हैं. उन्हें देखकर मन में एक बात आई कि ये आखिर भगवा, काले और सफेद रंग ही क्यों पहनते हैं?? तो आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण।

भगवा काला, सफ़ेद और भगवा रंग क्यों धारण करता है?

शैव और शाक्य साधु भगवा रंग के वस्त्र पहनते हैं। यह रंग ऊर्जा और त्याग का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि केसरिया रंग के कपड़े पहनने से मन पर नियंत्रण रहता है, मन में नकारात्मक विचार नहीं आते और मन शांत रहता है।

सफेद रंग साधु

इस बीच, जैन संत हमेशा सफेद कपड़े पहनते हैं। आपको बता दें कि जैन साधुओं में दो तरह के साधु होते हैं, पहले दिगंबर और दूसरे श्वेतांबर। जैन भिक्षु दिगंबर जैन ने अपना पूरा जीवन नग्न बिताया, जबकि श्वेतांबर ने जीवन भर सफेद कपड़े पहने।

काले रंग साधु

इसके अलावा जो साधु काले कपड़े पहनते हैं उन्हें तांत्रिक कहा जाता है। इस रंग के कपड़े पहनने वाले साधु तांत्रिक मंत्र विद्या में पारंगत होते हैं। ये साधु काले कपड़ों के अलावा रुद्राक्ष की माला भी पहनते हैं।

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