Masik Durgashtami 2024: मार्गशीर्ष माह की मासिक दुर्गाष्टमी कब? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Masik Durgashtami 2024

Masik Durgashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान मनाई जाती है। मासिक दुर्गाष्टमी को मास दुर्गाष्टमी या मासिक दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन सुबह से शाम तक मनाया जाता है। यह दिन देवी दुर्गा को समर्पित है।

भक्त देवी दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन उपवास रखते हैं और प्रार्थना करते हैं। इस शुभ दिन पर मां दुर्गा की पूजा की जाती है और भक्तों को उनकी इच्छाओं की पूर्ति का आशीर्वाद दिया जाता है।

Masik Durgashtami 2024: आश्विन माह में सर्वोच्च महाष्टमी आती है। यह वह अवसर है जब नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि उत्सव को बड़े उत्साह और भावना के साथ मनाया जाता है।

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Masik Durgashtami 2024: लोग इन दिनों पवित्रता के साथ देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। घरों में पवित्रता के साथ खीर, हलवा आदि पकवान बनाये जाते हैं। छोटी बच्चियों को इन अभिव्यक्तियों को दर्शाते हुए जिन्हें कनककेन कहा जाता है, हलवा, पुरी और दक्षिणा दी जाती है।उनके पैर पवित्र जल से धोए जाते हैं और उनकी पूजा की जाती है।

Masik Durgashtami 2024: दुर्गा पूजा महागौरी (आठवीं अभिव्यक्ति) नामक एक अभिव्यक्ति को समर्पित है। उनकी पूजा करने से भक्तों को कष्टों और बाधाओं से मुक्ति मिलेगी। जो लोग इस अवसर को परिश्रम और प्रक्रियाओं के साथ मनाते हैं वे अपने जीवन में आशीर्वाद और समृद्धि चाहते हैं।

मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि

मासिक दुर्गा अष्टमी का आगामी कार्यक्रम दिनांक: 17 मार्च, 2024 है

दुर्गा अष्टमी अनुष्ठान

भक्त सुबह जल्दी उठकर देवी दुर्गा की पूजा करते हैं।

इस दिन भक्त मां दुर्गा की मूर्ति के सामने ‘अखंड ज्योत’ जलाते हैं।

मान्यताओं के अनुसार इस दिन भक्त अपना घर खाली नहीं छोड़ते।

भक्त देवी का आह्वान करने के लिए अगरबत्ती, नारियल भी चढ़ाते हैं और घंटियाँ बजाते हैं या शंख बजाते हैं।

लोग दुर्गा पूजा के दौरान मिट्टी के बर्तनों में गेहूं या जौ उगाने की परंपरा भी निभाते हैं।

बीजों का रोपण समृद्धि और विकास का प्रतीक है।

दुर्गा अष्टमी व्रत

भक्त हर साल नौ दिवसीय दुर्गा पूजा समारोह के अवसर पर पूरी आस्था और ईमानदारी के साथ उपवास रखते हैं। व्रत रखने का उद्देश्य देवी दुर्गा को प्रभावित करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना है।

दुर्गा अष्टमी के व्रत के लाभ

इस दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है और इसका आध्यात्मिक महत्व भी है। इन व्रत के दिनों में दूध और फलों का सेवन किया जाता है। व्रत का उद्देश्य देवी के प्रति आध्यात्मिक भक्ति प्रदर्शित करना है। जो भक्त इन दिनों के दौरान परिश्रमपूर्वक उपवास करते हैं उन्हें प्रेम, समृद्धि, विकास, सफलता और शांति का आशीर्वाद मिलता है।

 

 

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